ख्वाब बोये थे, और अकेलापन काटा है,
इस मोहब्बत में “यारो” बहुत घाटा है..!!
- अकेलापन शायरी हिंदी में – उसकी जरूरत…. उसका इंतजार…..और अकेलापन..
- अकेलापन शायरी हिंदी में – वो तुम्हारे नज़रिए से अकेलापन
- अकेलापन शायरी हिंदी में – कल भी हम तेरे थे.. आज
- इम्तेहान शायरी हिंदी में – अये वक़्त मेरे सब्र का
- जवाब शायरी हिंदी में – जुबां तो खोल नज़र तो
- इंकार शायरी हिंदी में – कभी खुलता ही नहीं
- तेरे बिना शायरी हिंदी में – अधूरा है मेरा इश्क़ तेरे
- सपने शायरी हिंदी में – अपनों ने इतनी उलझनों में
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उसकी जरूरत…. उसका इंतजार…..और अकेलापन.. थक कर मुस्कुरा देता हूँ……..मैं जब रो नहीं पाता……
वो तुम्हारे नज़रिए से अकेलापन हो सकता है पर मेरे नज़रिए से देखो वो मेरा सुकून है
कल भी हम तेरे थे.. आज भी हम तेरे है बस फर्क इतना है, पहले अपनापन था. अब अकेलापन है,
उफ़, अकेलापन ये कितना बढ़ गया है सबके मोबाइल में केवल सेल्फ़ियाँ हैं…
इस अकेलेपन में भी कितनी वफादारी है….. मुझे कभी अकेला नही छोड़ता ये अकेलापन….
उस की जुस्तजू, इंतज़ार और अकेलापन थक कर मुस्कुरा देता हूँ जब रोया नहीं जाता
ये अकेलापन मुझे भाने लगा अब करीब जाना मुझे चौकाने लगा अब !!
नहीं है अब कोई जुस्तजू इस दिल में ए सनम, मेरी पहली और आखिरी आरज़ू बस तुम हो।
उन का ग़म उन का तसव्वुर उन की याद कट रही है ज़िंदगी आराम से
तुम्हारा ज़िक्र, तुम्हारी तमन्ना, तुम्हारी याद, वक़्त कितना क़ीमती है इन दिनों…