आरज़ू शायरी हिंदी में – न किसी के दिल की Rjain July 5, 2017 Uncategorized Comments न किसी के दिल की हूँ आरज़ू न किसी नज़र की हूँ जुस्तजू मैं वो फूल हूँ जो उदास हो न बहार आए तो क्या करूँ