इबादत शायरी हिंदी में – शिकवा करने गये थे और Rjain June 19, 2017 Uncategorized Comments शिकवा करने गये थे और इबादत सी हो गई, तुझे भुलाने की जिद्द, अब तेरी आदत सी हौ गई..!!