घिरा हूँ तन्हाई और उदासी में इस कदर आजकल
भूल ना जाऊँ इसलिये खुद से ही खुद की पहचान पूछ लिया करता हूँ !!
- उदासी शायरी हिंदी में – मेरी आँखों में छुपी उदासी
- इम्तेहान शायरी हिंदी में – अये वक़्त मेरे सब्र का
- जवाब शायरी हिंदी में – जुबां तो खोल नज़र तो
- इंकार शायरी हिंदी में – कभी खुलता ही नहीं
- तेरे बिना शायरी हिंदी में – अधूरा है मेरा इश्क़ तेरे
- सपने शायरी हिंदी में – अपनों ने इतनी उलझनों में
- उल्फत शायरी हिंदी में – राज़-ए-उल्फत सीने में हम लिए
- मौसम शायरी हिंदी में – कोहराम मचा रखा है जनवरी
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मेरी आँखों में छुपी उदासी को महसूस तो कर.. हम वह हैं जो सब को हंसा कर रात भर रोते हैं…
ये उदासी भी चेहरे पर आने से कतराती है.. जब वो लबो को लबो से छू जाती है..
ज़मीं से उगती है या आसमाँ से आती है. ये बे-इरादा उदासी कहाँ से आती है…
कमाल लोग होते है वो जो हमारी आवाज से ही उदासी और ख़ुशी का अंदाज़ा लगा लेते है ….
मैं तुमसे कैसे कहूँ ऐ मेहरबान तुम ईलाज हो मेरी हर उदासी का
मौजूद थी उदासी #अभी पिछली रात की…. बहला था दिल जरा सा, के फिर रात हो गई ….
नहीं है अब कोई जुस्तजू इस दिल में ए सनम, मेरी पहली और आखिरी आरज़ू बस तुम हो।
उन का ग़म उन का तसव्वुर उन की याद कट रही है ज़िंदगी आराम से
तुम्हारा ज़िक्र, तुम्हारी तमन्ना, तुम्हारी याद, वक़्त कितना क़ीमती है इन दिनों…
मिलने की तरह मुझ से वो पल भर नहीं मिलता दिल उस से मिला जिस से मुक़द्दर नहीं मिलता