अज़ीब होता है मेरे साथ..
उदास जब भी तुम हो तो कुसूर मुझे अपना ही लगता है…!!
- उदास शायरी हिंदी में – बहुत उदास बैठे हो…
- उदास शायरी हिंदी में – बिछड़ के मुझसे तुम अपनी
- उदास शायरी हिंदी में – मेरी आँखों में छुपी उदासी
- उदास शायरी हिंदी में – ये उदास शाम और तेरी
- उदास शायरी हिंदी में – मंज़िलों के ग़म में रोने
- उदास शायरी हिंदी में – बुला रहा है कौन मुझको
- उदास शायरी हिंदी में – उदासियों की वजह तो बहुत
- इम्तेहान शायरी हिंदी में – अये वक़्त मेरे सब्र का
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बहुत उदास बैठे हो…. कहो तो दिल दूं खेलने के लिए….!!
बिछड़ के मुझसे तुम अपनी कशिश न खो देना, उदास रहने से चेहरा ख़राब होता है।
मेरी आँखों में छुपी उदासी को महसूस तो कर.. हम वह हैं जो सब को हंसा कर रात भर रोते हैं…
ये उदास शाम और तेरी ज़ालिम याद….! खुदा खैर करे अभी तो रात बाकि है….
मंज़िलों के ग़म में रोने से मंज़िलें नहीं मिलती; हौंसले भी टूट जाते हैं अक्सर उदास रहने से।
बुला रहा है कौन मुझको उस तरफ, मेरे लिए भी क्या कोई उदास बेक़रार है…
उदासियों की वजह तो बहुत है जिंदगी मे.. पर बेवजह खुश रहने का मजा ही कुछ और है..
रात भर की उदासियों के बाद, ये भी एक हुनर ही मानो, कि हम, हर सुबह एक बार फिर से जिंदगी सँवार लेते हैं …!
उन का ग़म उन का तसव्वुर उन की याद कट रही है ज़िंदगी आराम से
तुम्हारा ज़िक्र, तुम्हारी तमन्ना, तुम्हारी याद, वक़्त कितना क़ीमती है इन दिनों…