राज़-ए-उल्फत, सीने में हम, लिए फ़िरते हैं वो,
बयाँ अगर कर दें तो ज़िन्दगी ही संवर जाए
- इम्तेहान शायरी हिंदी में – अये वक़्त मेरे सब्र का
- जवाब शायरी हिंदी में – जुबां तो खोल नज़र तो
- इंकार शायरी हिंदी में – कभी खुलता ही नहीं
- तेरे बिना शायरी हिंदी में – अधूरा है मेरा इश्क़ तेरे
- सपने शायरी हिंदी में – अपनों ने इतनी उलझनों में
- मौसम शायरी हिंदी में – कोहराम मचा रखा है जनवरी
- तेरे बिना शायरी हिंदी में – अक्सर ठहर कर देखता हूँ
- सफ़र शायरी हिंदी में – तेरी यादों की कोई सरहद
Related Posts
दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फत I मेरी मिट्टी से भी खुशबू -ए- वतन आएगी I
ना छेड किस्सा-ए-उल्फत, बडी लम्बी कहानी है, मैं ज़माने से नहीं हारा, किसी की बात मानी है
खुदा करे, मेरी उल्फत में तुम कुछ यूँ उलझ जाओ मैं तुमको दिल में भी सोचूँ तो तुम समझ जाओ…
मुझ से तू रख या न रख मरासिम या इत्तफाक, मेरी उल्फत को कह फितूर यूँ रुसवा तो न कर।
उस मुसाफ़िर ने फिर और कोई ठिकाना ना चाहा, जो इक बार तेरी नज़र-ए-उल्फत में कैद हो गया !
अगर मुझसे टूटा है पैमाना -ए -उल्फत, तुम्हारी नजर क्यों झुकी जा रही है!!!
साजे-उल्फत छिड़ रहा था आसुंओं के तार पर, मुस्कराये हम तो उनको बदगुमानी हो गई
तुम से उल्फत के तकाज़े निभाये न जाते वरना हमको भी तमन्ना थी के चाहे जाते
नहीं है अब कोई जुस्तजू इस दिल में ए सनम, मेरी पहली और आखिरी आरज़ू बस तुम हो।
उन का ग़म उन का तसव्वुर उन की याद कट रही है ज़िंदगी आराम से
Awesome ulfat shayaris