लाश पता नही किस बदकिस्मत की थी,मगर
क़ातिल के पैरो के निशान बड़े हसीन थे !!!
- इम्तेहान शायरी हिंदी में – अये वक़्त मेरे सब्र का
- जवाब शायरी हिंदी में – जुबां तो खोल नज़र तो
- इंकार शायरी हिंदी में – कभी खुलता ही नहीं
- तेरे बिना शायरी हिंदी में – अधूरा है मेरा इश्क़ तेरे
- सपने शायरी हिंदी में – अपनों ने इतनी उलझनों में
- उल्फत शायरी हिंदी में – राज़-ए-उल्फत सीने में हम लिए
- मौसम शायरी हिंदी में – कोहराम मचा रखा है जनवरी
- तेरे बिना शायरी हिंदी में – अक्सर ठहर कर देखता हूँ
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झूठी तसल्लियों के सिवा कुछ ना दे सका, वो क़िस्मत का देवता भी शायद ग़रीब था…
जिनका मिलना नहीं होता किस्मत में, उनकी यादें कसम से कमाल की होती हैं..
मैंने छोड़ दिया है किस्मत पर यकीन करना, अगर लोग बदल सकते है तो किस्मत क्या चीज है …..
मेरा वक्त बदला है… रूतबा नहीं तेरी किस्मत बदली है… औकात नहीं
किस्मतवालों को ही मिलती है पनाह मेरे दिल में, यूं हर शख़्स को तो जन्नत का पता नहीं मिलता…
“हुनर” सड़कों पर तमाशा करता है और “किस्मत” महलों में राज करती है!!
जब भी रब दुनिया की किस्मत में चमत्कार लिखता है. मेरे नसीब में थोड़ा और इंतज़ार लिखता है.
‘मेरी चाहत को मेरे हालात के तराजू में कभी मत तोलना, मेने वो ज़ख्म भी खाए है जो मेरी किस्मत में नहीं थे.
नहीं है अब कोई जुस्तजू इस दिल में ए सनम, मेरी पहली और आखिरी आरज़ू बस तुम हो।
उन का ग़म उन का तसव्वुर उन की याद कट रही है ज़िंदगी आराम से
Very nice