खुश्बू शायरी हिंदी में – शायद कायनात भी है गुलाम Rjain March 22, 2017 Uncategorized 1 Comment शायद कायनात भी है गुलाम तुम्हारी, तभी तो हर बदलता मौसम लिए आता है खुशबू तुम्हारी…!!!
बहुत अच्छा जी