गुरूर शायरी हिंदी में – “नज़रे” झुकी हैं चेहरे पे Rjain February 2, 2017 Uncategorized Comments “नज़रे” झुकी हैं चेहरे पे “नूर” है…! जालिम की सादगी में भी कितना गुरूर है…!