जुबां तो खोल, नज़र तो मिला, जवाब तो दे..
मै तुझपे कितनी बार लुटा हूँ मुझे हिसाब तो दे…
- जवाब शायरी हिंदी में – एक मैं हूँ किया ना
- इम्तेहान शायरी हिंदी में – अये वक़्त मेरे सब्र का
- इंकार शायरी हिंदी में – कभी खुलता ही नहीं
- तेरे बिना शायरी हिंदी में – अधूरा है मेरा इश्क़ तेरे
- सपने शायरी हिंदी में – अपनों ने इतनी उलझनों में
- उल्फत शायरी हिंदी में – राज़-ए-उल्फत सीने में हम लिए
- मौसम शायरी हिंदी में – कोहराम मचा रखा है जनवरी
- तेरे बिना शायरी हिंदी में – अक्सर ठहर कर देखता हूँ
Related Posts
एक मैं हूँ, किया ना कभी सवाल कोई एक तुम हो, जिसका कोई जवाब नहीं.
हजार जवाबों से अच्छी है खामोशी, ना जाने कितने सवालों की आबरू रखती है !
उसकी जीत से होती है ख़ुशी मुझ को, यही जवाब मेरे पास अपनी हार का था.
एक बात पुछु जवाब मुस्कुराके देना .. मुझे रुला कर खुश तो होना ??
उसने पूछा सबसे ज्यादा क्या पसंद है तुम्हे मैं बहुत देर तक देखता रहा उसे बस ये सोचकर कि खुद जवाब होकर उसने सवाल क्यूँ किया…!!
किसी ने मुझसे पूछा “कैसी है अब जिंदगी”…. मैने मुस्कुरा कर जवाब दिया… “वो खुश है ….
“जवाब” तो था मेरे पास उन के हर सवाल का… पर खामोश रहकर मैंने उनको “लाजवाब” बना दिया…
नहीं है अब कोई जुस्तजू इस दिल में ए सनम, मेरी पहली और आखिरी आरज़ू बस तुम हो।
उन का ग़म उन का तसव्वुर उन की याद कट रही है ज़िंदगी आराम से
तुम्हारा ज़िक्र, तुम्हारी तमन्ना, तुम्हारी याद, वक़्त कितना क़ीमती है इन दिनों…