तू हवा के रुख पे चाहतों का दिया जलने की ज़िद्द ना कर ..
ये कातिलों का शहर है, तू मुस्कुराने की ज़िद्द ना कर !!
तू हवा के रुख पे चाहतों का दिया जलने की ज़िद्द ना कर ..
ये कातिलों का शहर है, तू मुस्कुराने की ज़िद्द ना कर !!