ज़िद्द शायरी हिंदी में – बस यही सोचकर छोड़ दी Rjain February 2, 2017 Uncategorized Comments बस यही सोचकर छोड़ दी हमने ज़िद्द मोहब्बत की…, अश्क़ तेरे गिरे या मेरे…रोयेगी तो मोहब्बत ही…!