शुरू तो कर दी तलाश ख़ुद की,
अब तू मिले तो मैं भी मिलु…
- तलाश शायरी हिंदी में – वजह तो नफरतो कि तलाशी
- तलाश शायरी हिंदी में – मुझ में बेपनाह मुहब्बत के
- तलाश शायरी हिंदी में – अब तो आँखों से भी
- तलाश शायरी हिंदी में – कुछ डरी सहमी ठिठकी और
- तलाश शायरी हिंदी में – तलाश कर मेरी कमी को
- तलाश शायरी हिंदी में – ज़िन्दगी में भागे जा रहे
- तलाश शायरी हिंदी में – खुद में भी तलाश किया
- इम्तेहान शायरी हिंदी में – अये वक़्त मेरे सब्र का
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वजह तो नफरतो कि तलाशी जाती है । मोहब्बत तो बेवजह हो जाती है ।
मुझ में बेपनाह मुहब्बत के सिवा कुछ भी नही, तुम अगर चाहो तो मेरी साँसो की तलाशी ले लो..
अब तो आँखों से भी जलन होती हैं मुझे………. खुली हो तो तलाश तेरी, बंद हो तो ख्वाब तेरे………
कुछ डरी सहमी ठिठकी और आगे बढ़ गई.. मजबूर थी क्या करती…गैरत मेरी, जरूरतों को तलाशने बेशर्मी की हद से गुजर गई.
तलाश कर मेरी कमी को अपने दिल में एक बार । दर्द हो तो समझ लेना मुहब्बत अभी बाकी है ।।
ज़िन्दगी में भागे जा रहे हैं, कामयाबी की तलाश में. सुकून से ही दूर जा रहे है, सुकून की तलाश मे.
खुद में भी तलाश किया लोगों से भी पूछा… तेरे दूर जाने की वजह आज तक नहीं मिली…
मैं फिर से, ठीक तेरे जैसे की तलाश में हूँ.. गलती कर रहा हू, लेकिन होशोहवास में हूँ !!
हज़ार बार ली है तुमने तलाशी मेरे दिल की, बताओ कभी कुछ मिला है इसमें तुम्हारे सिवा…
उन का ग़म उन का तसव्वुर उन की याद कट रही है ज़िंदगी आराम से