दूरियाँ शायरी हिंदी में – ये कैसा अजब सा प्यार Rjain January 15, 2017 Uncategorized Comments ये कैसा अजब सा प्यार है जिस में ना मिलने की आस ना कोई तकरार है दूरियाँ इतनी की सही न जाएँ फिर भी निभाने की चाह बरक़रार है