लगता है मेरी नींद का किसी पराये के साथ चक्कर चल रहा है
सारी सारी रात गायब रहती है.. ।।
- नींद शायरी हिंदी में – तुम्हें नींद नहीं आती तो
- नींद शायरी हिंदी में – न करवटे थी न बेचैनियाँ
- नींद शायरी हिंदी में – मैं तेरे नाम का एक
- इम्तेहान शायरी हिंदी में – अये वक़्त मेरे सब्र का
- जवाब शायरी हिंदी में – जुबां तो खोल नज़र तो
- इंकार शायरी हिंदी में – कभी खुलता ही नहीं
- तेरे बिना शायरी हिंदी में – अधूरा है मेरा इश्क़ तेरे
- सपने शायरी हिंदी में – अपनों ने इतनी उलझनों में
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मैं तेरे नाम का एक सपना हूँ और तू? तू मेरे हिस्से की नींद हैं जो मुझसे दूर… बहुत दूर रहती हैं…
तुम्हें नींद नहीं आती तो कोई और वजह होगी.. अब हर ऐब के लिए कसूरवार इश्क तो नहीं..!!
न करवटे थी न बेचैनियाँ थी,, क्या गजब की नीँद थी मोहब्बत से पहले…
तुमसे पहले भी रातें बीतती थी बिना नींद के ही… तुम्हारे आने से इन आंखों को जागने का एक मतलब मिल गया…
तुम्हारे ख्वाबों को गिरवी रखके… तकिये से रोज़ रात थोड़ी नींद उधार लेता हूँ..
जाने कितनी रातो की नींदे ले गया वो… जो पल भर मोहब्बत जताने आया था…
तुम्हारे सपने पूरे नहीं हुए….? मुझे तो नींद तक नहीं आती….
चलो नींद के दफ्तर में हाज़िरी लगा आते हैं, वो सपनो में आये तो ओवर टाइम भी कर लेंगे…।
यू खाली पलकें झुका देने से नींद नहीं आती, सोते वही लोग है, जिनके पास किसी की याद नहीं होती….
हम नींद के शौक़ीन ज्यादा तो नहीं लेकिन, तेरे ख्वाब न देखूं तो गुज़ारा नहीं होता…