अंधेरी दुनिया की परवाह किसे है
मेरे तो सपनों में तुम ही तुम हो
किसी से क्या कहूँ मैं अपने बारे में
मेरी तो हर बातों में तुम ही तुम हो
अंधेरी दुनिया की परवाह किसे है
मेरे तो सपनों में तुम ही तुम हो
किसी से क्या कहूँ मैं अपने बारे में
मेरी तो हर बातों में तुम ही तुम हो