फासला शायरी हिंदी में – फासला नज़रों का धोखा Rjain March 4, 2017 Uncategorized Comments फासला नज़रों का धोखा है पर्दा हटा कर तो देखो ; चमकते चाँद की चाँदनी में कभी गुनगुना कर तो देखो!