मुद्दत शायरी हिंदी में – बेरुख़ी इससे बड़ी और भला Rjain February 2, 2017 Uncategorized Comments बेरुख़ी इससे बड़ी और भला क्या होगी एक मुद्दत से हमें उस ने सताया भी नहीं