मैं इस काबिल तो नही कि मुझे कोई अपना समझे…
पर इतना तो यकीन है,
कोई अफसोस जरूर करेगा मुझे खो देने के बाद…
- यकीन शायरी हिंदी में – परिन्दो को मिलेगी मन्जिल यकीनन
- इम्तेहान शायरी हिंदी में – अये वक़्त मेरे सब्र का
- जवाब शायरी हिंदी में – जुबां तो खोल नज़र तो
- इंकार शायरी हिंदी में – कभी खुलता ही नहीं
- तेरे बिना शायरी हिंदी में – अधूरा है मेरा इश्क़ तेरे
- सपने शायरी हिंदी में – अपनों ने इतनी उलझनों में
- उल्फत शायरी हिंदी में – राज़-ए-उल्फत सीने में हम लिए
- मौसम शायरी हिंदी में – कोहराम मचा रखा है जनवरी
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परिन्दो को मिलेगी मन्जिल यकीनन,, ये फैले हुए उनके पन्ख बोलते हैं।। वो लोग रहते हैं खामोश अक्सर,, जमाने में जिनके हुनर बोलते हैं।।
मैंने छोड़ दिया है किस्मत पर यकीन करना,,, अगर लोग बदल सकते है तो किस्मत क्या चीज है …..
ज़िन्दगी बहुत ख़ूबसूरत है, सब कहते थे… जिस दिन तुझे देखा, यकीन भी हो गया..!!
बिछड़कर फिर मिलेंगे यकीन कितना था… बेशक ख्वाब ही था मगर.. हसीन कितना था….
यकीन था कि तुम भूल जाओगे मुझको, खुशी है कि तुम उम्मीद पर खरे उतरे ….!!
शिकायतें वहाँ होती हैं, जहाँ ऐतबार ना हो…. मेरा तो यकीन ही तुम हो, तो शिकायत कैसी……
तुम्हें देखकर किसी को भी यकीन नही… कि मेरे दिल का ये हाल तुमने ही किया है…
हार जाउँगा मुकदमा उस अदालत में, ये मुझे यकीन था.. जहाँ वक्त बन बैठा जज और नसीब मेरा वकील था…
वक़्त के साथ रिश्ते भी बदल जाते हैं, शुक्रिया तुम्हारा तुमने बदल कर मुझे इस बात का यक़ीन दिला दिया..!!
नहीं है अब कोई जुस्तजू इस दिल में ए सनम, मेरी पहली और आखिरी आरज़ू बस तुम हो।