उसका हँसकर नज़र झुका लेना,
सारी शर्ते कुबूल हो जैसे l
- शर्त शायरी हिंदी में – आसमान में उड़ने की मनाही
- इम्तेहान शायरी हिंदी में – अये वक़्त मेरे सब्र का
- जवाब शायरी हिंदी में – जुबां तो खोल नज़र तो
- इंकार शायरी हिंदी में – कभी खुलता ही नहीं
- तेरे बिना शायरी हिंदी में – अधूरा है मेरा इश्क़ तेरे
- सपने शायरी हिंदी में – अपनों ने इतनी उलझनों में
- उल्फत शायरी हिंदी में – राज़-ए-उल्फत सीने में हम लिए
- मौसम शायरी हिंदी में – कोहराम मचा रखा है जनवरी
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आसमान में उड़ने की मनाही नहीं है, शर्त इतनी है की ज़मीन को नजर अंदाज़ ना करे…
कुछ नए शर्त लिए आती है .. जिंदगी .. मैं रोता हूँ तो .. मुस्कुराती है .. जिंदगी ..
अजीब शर्त रखी दिलदार ने मिलने की, सूखे पत्तों पर चलकर आना और आवाज़ भी न हो…
कभी देखलो तुम भी मुझे कशिश से हर बार मैं पुकारूँ ये शर्त तो नहीं थी ।।
मैं तो ज़हर भी पी लूँगा इक तेरी ख़ातिर, फ़राज़ पर शर्त है, तू सामने बैठ मेरे, मेरी साँसों के टूटने तक……
हर बात मानी है तेरी सर झुका कर ए जिंदगी, हिसाब बराबर कर…. तू भी तो कुछ शर्तें मान मेरी
शराब शराब हैं, मैं ज़हर भी पी जाऊँ, शर्त ये है कोई बाहों में सम्भाले मुझको..
गुज़र जायेगी ज़िन्दगी उसके बगैर भी, वो हसरत-ए-ज़िन्दगी है …. शर्त-ए-ज़िन्दगी तो नहीं……!!
बिंदास आदत…बेतकल्लुफ़ मुस्कुराने की….. कि…कोई भी शर्त लागू नहीँ…उसपर ज़माने की…!!
शर्त थी रिश्तों को बचाने की, “और” यही वजह थी मेरे हार जाने की…