शाम शायरी हिंदी में – शाम तक सुबह की नज़रों Rjain May 20, 2017 Uncategorized Comments शाम तक सुबह की नज़रों से उतर जाते हैं, इतने समझौतों पे जीते हैं कि मर जाते हैं…