अपनों ने इतनी उलझनों में फंसा दिया कि
सारे सपने आहिस्ते आहिस्ते कहीं खो गए
- सपने शायरी हिंदी में – सुबह सुबह उठते ही ..सदमा
- इम्तेहान शायरी हिंदी में – अये वक़्त मेरे सब्र का
- जवाब शायरी हिंदी में – जुबां तो खोल नज़र तो
- इंकार शायरी हिंदी में – कभी खुलता ही नहीं
- तेरे बिना शायरी हिंदी में – अधूरा है मेरा इश्क़ तेरे
- उल्फत शायरी हिंदी में – राज़-ए-उल्फत सीने में हम लिए
- मौसम शायरी हिंदी में – कोहराम मचा रखा है जनवरी
- तेरे बिना शायरी हिंदी में – अक्सर ठहर कर देखता हूँ
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सुबह सुबह उठते ही ..सदमा सा लगा, सपने में मोहब्बत कर बैठे थे तुम से…
गुमसुम यादें, सुने सपने, टूटती-जुड़ती उम्मीदें, डरता हूँ कैसे कटेगी उम्र है कोई रात तो नहीं…..!!
सपने में चले आते तो तेरा क्या बिगड़ जाता… तेरा पर्दा भी बना रहता, हमें दीदार हो जाता!
तेरे ही सपने लेकर के सोया 😴 तेरी ही यादों में जागा तेरे ख़यालों में उलझा रहा यूँ जैसे के माला में धागा
सपने खूबसूरत लगते हैं हक़ीक़तों से.. बेहतर है तुम्हे भी एक सपना रहने दिया जाय..
सपने भी डरने लगे है तेरी बेवफाई से कहते है वो आते तो है मगर किसी और के साथ !!
नहीं है अब कोई जुस्तजू इस दिल में ए सनम, मेरी पहली और आखिरी आरज़ू बस तुम हो।
उन का ग़म उन का तसव्वुर उन की याद कट रही है ज़िंदगी आराम से
तुम्हारा ज़िक्र, तुम्हारी तमन्ना, तुम्हारी याद, वक़्त कितना क़ीमती है इन दिनों…
मिलने की तरह मुझ से वो पल भर नहीं मिलता दिल उस से मिला जिस से मुक़द्दर नहीं मिलता