थक गये हौसले अब मुझे परवाज़ न दो
फिर से उड़ने को खाली आकाश न दो
ये तनहाई का सफर बहुत तड़पाता है मुझे
यादों के दरीचे से तुम मुझे आवाज न दो
थक गये हौसले अब मुझे परवाज़ न दो
फिर से उड़ने को खाली आकाश न दो
ये तनहाई का सफर बहुत तड़पाता है मुझे
यादों के दरीचे से तुम मुझे आवाज न दो