भरी बरसात में उड़ के दिखा ऐ माहिर परिंदे
आसमान खुला हो तो तिनके भी सफर किया करते हैं !!
- सफ़र शायरी हिंदी में – तेरी यादों की कोई सरहद
- इम्तेहान शायरी हिंदी में – अये वक़्त मेरे सब्र का
- जवाब शायरी हिंदी में – जुबां तो खोल नज़र तो
- इंकार शायरी हिंदी में – कभी खुलता ही नहीं
- तेरे बिना शायरी हिंदी में – अधूरा है मेरा इश्क़ तेरे
- सपने शायरी हिंदी में – अपनों ने इतनी उलझनों में
- उल्फत शायरी हिंदी में – राज़-ए-उल्फत सीने में हम लिए
- मौसम शायरी हिंदी में – कोहराम मचा रखा है जनवरी
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तेरी यादों की कोई सरहद होती तो अच्छा था खबर तो रहती….सफर तय कितना करना है
वापसी का सफर अब मुमकिन नही, हम तो निकल पड़े आँख से आँसू की तरह!
सफर कटता रहा ज़िन्दगी भर यूँही… किसी को मंज़िल न मिली तो किसी को किनारा…
तू सफर मेरा, है तू ही मेरी मंज़िल तेरे बिना गुज़ारा ऐ दिल है मुश्किल ।
बेशक हिस्सा बराबर है सफर ए इश्क में अपना.. कुछ हो ना सकी मोहब्बत तुमसे ….कुछ आया नहीं हमको भी .. नफरतें करना….
हमसे ना कट सकेगा अंधेरो का ये सफर… अब शाम हो रही हे मेरा हाथ थाम लो…. !!!
रास्ते कहाँ ख़त्म होते हैं ज़िन्दगी के सफ़र में, मंजील तो वहीँ है जहां ख्वाहिशे थम जाए !
उन का ग़म उन का तसव्वुर उन की याद कट रही है ज़िंदगी आराम से
तुम्हारा ज़िक्र, तुम्हारी तमन्ना, तुम्हारी याद, वक़्त कितना क़ीमती है इन दिनों…
मिलने की तरह मुझ से वो पल भर नहीं मिलता दिल उस से मिला जिस से मुक़द्दर नहीं मिलता