लाख बरसे झूम के सावन मगर वो बात कहाँ..
जो ठंडक पङती है दिल में तेरे मुस्कुराने से ..
- सावन शायरी हिंदी में – सावन की बरसात की तरह
- सावन शायरी हिंदी में – जो गुजरे इश्क में सावन
- सावन शायरी हिंदी में – मुझे मालूम है तूमनें बहुत
- सावन शायरी हिंदी में – वो तेरा शरमा के मुझसे
- इम्तेहान शायरी हिंदी में – अये वक़्त मेरे सब्र का
- जवाब शायरी हिंदी में – जुबां तो खोल नज़र तो
- इंकार शायरी हिंदी में – कभी खुलता ही नहीं
- तेरे बिना शायरी हिंदी में – अधूरा है मेरा इश्क़ तेरे
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सावन की बरसात की तरह झरने दो, इसे झरने दो, ये तुम्हारा नाम मेरे सीने में, मेरी साँसों में रहने दो.
जो गुजरे इश्क में सावन सुहाने याद आते हैं तेरी जुल्फों के मुझको शामियाने याद आते हैं
मुझे मालूम है तूमनें बहुत बरसातें देखी है, मगर मेरी इन्हीं आँखों से सावन हार जाता है…
वो तेरा शरमा के मुझसे यूँ लिपट जाना, कसम से हर महीने में सावन सा अहसास देता है !!
क़दम क़दम पर सिसकी और क़दम क़दम पर आहें; खिजाँ की बात न पूछो सावन ने भी तड़पाया मुझे!
वक़्ते-रुख़सत तैरती है जो किसी की आँख में, सारे सावन पानी भरते उस नमी के सामने ।
उन का ग़म उन का तसव्वुर उन की याद कट रही है ज़िंदगी आराम से
तुम्हारा ज़िक्र, तुम्हारी तमन्ना, तुम्हारी याद, वक़्त कितना क़ीमती है इन दिनों…
मिलने की तरह मुझ से वो पल भर नहीं मिलता दिल उस से मिला जिस से मुक़द्दर नहीं मिलता
बुला कर तुम ने महफ़िल में हमें ग़ैरों से उठवाया हमीं ख़ुद उठ गए होते इशारा कर दिया होता…