एक हसरत थी की कभी वो भी हमे मनाये.!
पर ये कम्ब्खत दिल कभी उनसे रूठा ही नही.
- हसरत शायरी हिंदी में – उसकी हसरत को मेरे दिल
- हसरत शायरी हिंदी में – मत पूछो कैसे गुजरता है
- इम्तेहान शायरी हिंदी में – अये वक़्त मेरे सब्र का
- जवाब शायरी हिंदी में – जुबां तो खोल नज़र तो
- इंकार शायरी हिंदी में – कभी खुलता ही नहीं
- तेरे बिना शायरी हिंदी में – अधूरा है मेरा इश्क़ तेरे
- सपने शायरी हिंदी में – अपनों ने इतनी उलझनों में
- उल्फत शायरी हिंदी में – राज़-ए-उल्फत सीने में हम लिए
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उसकी हसरत को मेरे दिल में लिखने वाले ! काश उसे भी मेरे नसीब में लिखा होता !!
मत पूछो कैसे गुजरता है हर पल तुम्हारे बिना, कभी बात करने की हसरत कभी देखने की तमन्ना…
जितनी हसरत थी, उसे पाने की… आज.. उतनी ही हसरत है, उसे भुलाने की…!
ग़म मुझे, हसरत मुझे, वहशत मुझे, सौदा मुझे, एक दिल दे कर ख़ुदा ने, दे दिया क्या क्या मुझे
ख़ुदा का शुक्र है की ख़्वाब बना दिए… वरना तुम्हें देखने की तो हसरत ही रह जाती…!
उस की हसरत है जिसे दिल से मिटा भी न सकूँ।। ढूँढने उस को चला हूँ जिसे पा भी न सकूँ।।
मालूम है मुझे ये बहुत मुश्किल है…. फिर भी हसरत है, तुम मेरी खामोशियों की वजह पूछोगे….
इन हसरतों को इतना भी कैद में ना रख ए-जिंदगी,.. ये दिल भी थक चुका है, इनकी जमानत कराते कराते…..
मुझे मालूम है ऐसा कभी मुमकिन ही नहीं, फ़िर भी हसरत रहती है कि तुम याद करोगे…
उन का ग़म उन का तसव्वुर उन की याद कट रही है ज़िंदगी आराम से