Ahmad Faraz 2 Lines – वो बारिश में कोई सहारा ढूँढता है Rjain May 24, 2018 Uncategorized Comments वो बारिश में कोई सहारा ढूँढता है फ़राज़ ऐ बादल आज इतना बरस की मेरी बाँहों को वो सहारा बना ले