Ahmad Faraz Hindi Shero Shayari – मैंने माँगी थी उजाले की Rjain May 24, 2018 Uncategorized Comments मैंने माँगी थी उजाले की फ़क़त इक किरन फ़राज़ तुम से ये किसने कहा आग लगा दी जाए