सबके होंठों पे तबस्सुम था मेरे कत्ल के बाद
जाने क्या सोच के रोता रहा कातिल मेरा॥
- महफ़िल शायरी हिंदी में – बुला कर तुम ने महफ़िल
- खुश्बू शायरी हिंदी में – हमारे सीने में भी
- तुम्हारी याद शायरी हिंदी में – तुम्हारी याद और ‘सर्दियों’ का
- आरज़ू शायरी हिंदी में – ज़िन्दगी की आखरी आरजू बस
- डर शायरी हिंदी में – अजीब कहानी है इश्क और
- यकीन शायरी हिंदी में – परिन्दो को मिलेगी मन्जिल यकीनन
- इंतज़ार शायरी हिंदी में – काटे नहीं कटते लम्हे इंतज़ार
- करीब शायरी हिंदी में – इस से बढकर तुमको और
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नहीं है अब कोई जुस्तजू इस दिल में ए सनम, मेरी पहली और आखिरी आरज़ू बस तुम हो।
उन का ग़म उन का तसव्वुर उन की याद कट रही है ज़िंदगी आराम से
तुम्हारा ज़िक्र, तुम्हारी तमन्ना, तुम्हारी याद, वक़्त कितना क़ीमती है इन दिनों…
मिलने की तरह मुझ से वो पल भर नहीं मिलता दिल उस से मिला जिस से मुक़द्दर नहीं मिलता
बुला कर तुम ने महफ़िल में हमें ग़ैरों से उठवाया हमीं ख़ुद उठ गए होते इशारा कर दिया होता…
हमारे सीने में भी खुशबू ने सिर रखा था हमारे हाथो में भी कभी फुलो की डाली थी
तुम्हारी याद और ‘सर्दियों’ का ये मौसम, ठिठुरते होंगे लोग..मैं तो सुलगता रहता हूँ।
ज़िन्दगी की आखरी आरजू बस यही हैं। तू सलामत रहें दुआँ बस यही हैं।
अजीब कहानी है इश्क और मोहब्बत की, उसे पाया ही नहीं फिर भी खोने से डरता हूँ…
परिन्दो को मिलेगी मन्जिल यकीनन,, ये फैले हुए उनके पन्ख बोलते हैं।। वो लोग रहते हैं खामोश अक्सर,, जमाने में जिनके हुनर बोलते हैं।।