अये वक़्त मेरे सब्र का इतना इम्तेहान न ले
याद रख
मैंने जो ठोकर मारी तुझे
तो तू कभी लौट के न आ पायेगा
Category: इम्तेहान शायरी
इम्तेहान शायरी हिंदी में – मैं इस उम्मीद पर डूबा
मैं इस उम्मीद पर डूबा के तू बचा लेगा
अब इससे ज्यादा मेरा इम्तेहान क्या लेगा
मैं बुझ गया तो हमेशा के लिए बुझ ही जाऊँगा
कोई चिराग नहीं हूँ के फिर जला लेगा
इम्तेहान शायरी हिंदी में – सितारों से आगे जहां और
सितारों से आगे जहां और भी हैं.
अभी इश्क के इम्तेहान और भी हैं.
इम्तेहान शायरी हिंदी में – यूँ ही नहीं मिलती रब
यूँ ही नहीं मिलती रब की मेहरबानी
एक से बढ़कर एक इम्तेहान बाकी है …
जिंदगी की जंग में है हौसला जरुरी
जीतने के लिए सारा जहान बाकी है ॥
इम्तेहान शायरी हिंदी में – उसे ग़ुरूर आ गया मुझे
उसे ग़ुरूर आ गया मुझे गुमान आ गया
दर्मियान ख़ामख़्वाह इम्तेहान आ गया
इम्तेहान शायरी हिंदी में – इश्क़ की आजमाइश पर हर
इश्क़ की आजमाइश पर हर कोई खरा नही उतरता जनाब,
रूह तक काँप जाती है इम्तेहान पार करते करते.
इम्तेहान शायरी हिंदी में – ज़िन्दगी की असली उड़ान बाकी
ज़िन्दगी की असली उड़ान बाकी है
ज़िन्दगी के कई इम्तेहान बाकी है
अभी तो नापी है मुट्ठी भर ज़मीन
अभी तो सारा आसमान बाकी है
इम्तेहान शायरी हिंदी में – ना चाहते हुये भी छोड़
ना चाहते हुये भी छोड़ कर आना पड़ा उसे,
वो “इम्तेहान” में ना आते हुये सवालों की तरह था.
इम्तेहान शायरी हिंदी में – एक बात बताओ इम्तेहान लेते हो
एक बात बताओ,
इम्तेहान लेते हो सब्र का,
या हकीकत में मेरी याद नही आती…?
इम्तेहान शायरी हिंदी में – क्यों मेरे प्यार का इम्तेहान
क्यों मेरे प्यार का इम्तेहान लेते हो,
तुम तो मेरी जान हो क्यों मेरी जान लेते हो…!!!