हमारे सीने में भी खुशबू ने सिर रखा था
हमारे हाथो में भी कभी फुलो की डाली थी
Category: खुश्बू शायरी
खुश्बू शायरी हिंदी में – सदाकत खुद-ब-खुद करती है शोहरत
सदाकत खुद-ब-खुद करती है शोहरत इस जमाने में..
कभी खुशबू भी कहती है,मुझे तुम सूंघ कर देखो……
खुश्बू शायरी हिंदी में – बड़ी ही खूबसूरत शाम हुआ
बड़ी ही खूबसूरत शाम हुआ करती थी वो तेरे साथ की ….. !!
अब तक खुशबू नही गई, मेरी कलाई से तेरे हाथ की… !!
खुश्बू शायरी हिंदी में – किनारे बैठी हूँ.. तेरी यादों
किनारे बैठी हूँ.. तेरी यादों के सहारे..
हर लहर इक एहसास जगाती है..
मुझे हवा से भी …तेरी ही खुशबू आती है..
खुश्बू शायरी हिंदी में – शायद कायनात भी है गुलाम
शायद कायनात भी है गुलाम तुम्हारी,
तभी तो हर बदलता मौसम लिए आता है खुशबू तुम्हारी…!!!