जैसे सूरज के बिना सुबह नहीं होती;
चाँद के बिना रात नहीं होती;
बादल के बिना बरसात नहीं होती;
वैसे ही आपकी याद के बिना दिन की शुरुआत नहीं होती।
सुप्रभात!
जैसे सूरज के बिना सुबह नहीं होती;
चाँद के बिना रात नहीं होती;
बादल के बिना बरसात नहीं होती;
वैसे ही आपकी याद के बिना दिन की शुरुआत नहीं होती।
सुप्रभात!