मेरी रूह में न समाती तो भूल जाता तुम्हे,
तुम इतना पास न आती तो भूल जाता तुम्हे,
यह कहते हुए मेरा ताल्लुक नहीं तुमसे कोई,
आँखों में आंसू न आते तो भूल जाता तुम्हे|
- Hindi Shayari 4 Line Mein – कोई चाहत की बात करता है तो
- Hindi Shayari 4 Line Mein – आरज़ू होनी चाहिये किसी को याद
- Hindi Shayari 4 Line Mein – जिंदगी देने वाले, मरता छोड़ गये, अपनापन
- Hindi Shayari 4 Line Mein – काश मेरी ज़िन्दगी का अंत कुछ
- Hindi Shayari 4 Line Mein – एक समंदर जो मेरे काबू में
- Hindi Shayari 4 Line Mein – मौसम नहि जो पल मे बदल
- Hindi Shayari 4 Line Mein – काश फिर मिलने की वजह मिल
- Hindi Shayari 4 Line Mein – एक अज़ब सी जंग छिड़ी है, इस
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जिंदगी है नादान इसीलिए चुप हूँ, दर्द ही दर्द है सुबह शाम इसलिए चुप हूँ, कह दूँ जमाने से दास्तान अपनी, उसमें आएगा तेरा नाम इसलिये चुप हूँ
कोई चाहत की बात करता है तो कोई चाहने की… हम दोनोँ आज़मा के बैठे हैँ.. ना चाहत मिली..ना तो चाहने वाले.!!
आरज़ू होनी चाहिये किसी को याद करने की, लम्हें तो अपने आप ही मिल जाते हैं .. कौन पूछता है पिंजरे में बंद पंछियों को, याद वही आते हैं, जो उड़ जाते हैं ….!!
जिंदगी देने वाले, मरता छोड़ गये, अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये, जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की, वो जो साथ चलने वाले, रास्ता मोड़ गये.
काश मेरी ज़िन्दगी का अंत कुछ इस तरह हो, की मेरी कबर पे बना उनका घर हो, वो जब जब सोये ज़मीन पर, मेरे सीने से लगा उसका सर हो…
एक समंदर जो मेरे काबू में है और इक कतरा है जो संभलता नही, एक जिंदगी है जो तुम्हारे बगैर बितानी है और इक लमहा है जो गुजरता नहीं ।
मौसम नहि जो पल मे बदल जाऊ जमीन से कहि दूर निकल जाऊ पुराने वक्त का सिक्का हु यारो मूजे फेक ना देना बूरे दिनो मे शायद मै हि काम आ जाऊ.
काश फिर मिलने की वजह मिल जाए, साथ जितना भी बिताया वो पल मिल जाए, चलो अपनी अपनी आँखें बंद कर लें, क्या पता ख़्वाबों में गुज़रा हुआ कल मिल जाए…
एक अज़ब सी जंग छिड़ी है, इस तन्हाई के आलम मेँ। आँखे कहती है की सोने दे, और दिल कहता है की रोने दे॥
सुना है वो कह कर गये है के अब तो हम, सिर्फ़ तुम्हारे ख्वाबो मैं ही आएँगे, कोई कह दे उनसे की वो वादा कर ले हम से, ज़िंदगी भर के लिए हम सो जाएँगे…