2 Lines Mohabbat Shayari – निगाहों में कोई भी दूसरा चेहरा

निगाहों में कोई भी दूसरा चेहरा नहीं आया,

भरोसा ही कुछ ऐसा था तुम्हारे लौट आने का…..!



One comment

Leave a Reply