अजनबी शायरी हिंदी में – बदल लेंगे हम खुद को

बदल लेंगे हम खुद को इतना, की तुम भी न पहचान पाओगे हमें।।
अगर कभी सोचोगे हमारे बारे में, हमें पूरी तरह अजनबी पाओगे।

अजनबी शायरी हिंदी में – अजनबी था तो मेरे जवाबों

अजनबी था तो मेरे जवाबों पर तुम्हे यकीन था
कम्बख्त जान का सबब बन गयी है ये जान पहचान



अजनबी शायरी हिंदी में – न जाने इतनी मोहब्बत कहाँ

न जाने इतनी मोहब्बत कहाँ से आ गयी उस अजनबी के लिए,
की मेरा दिल भी उसकी खातिर अक्सर मुझसे रूठ जाया करता है …..



अजनबी शायरी हिंदी में – न जाने इतनी मोहब्बत कहाँ

न जाने इतनी मोहब्बत कहाँ से आ गयी
उस अजनबी के लिए,
की मेरा दिल भी उसकी खातिर अक्सर
मुझसे रूठ जाया करता हे ..!!

अजनबी शायरी हिंदी में – उसकी हर एक शिकायत देती

उसकी हर एक शिकायत देती है मुहब्बत की गवाही…..
अजनबी से वर्ना कौन हर बात पर तकरार करता है…..