कभी खुलता ही नहीं साफ़ कुछ इक़रार इनकार होते है
उनकी हर बात में पहलू दोनों है
Category: इंकार शायरी
इंकार शायरी हिंदी में – दीवाने है तेरे नाम के
दीवाने है तेरे नाम के
इस बात से इंकार नहीं
कैसे कहे कि तुमसे प्यार नही
कुछ तो कसूर है आपकी आखों का हम अकेले तो गुनहगार नहीं
इंकार शायरी हिंदी में – कुछ तो अहसास मुझे
कुछ तो अहसास मुझे भी है,
इनकार करने का दर्द तुझे भी है..!!
इंकार शायरी हिंदी में – डरता हूँ इक़रार से कहीं
डरता हूँ इक़रार से कहीं वो इनकार न कर दे,
यूँ ही तबाह अपनी जिंदगी हम यार न कर दे.
इंकार शायरी हिंदी में – क़त्ल तो मेरा उसकी निगाहों
क़त्ल तो मेरा उसकी निगाहों ने ही किया था,
पर संविधान ने उन्हें हथियार मानने से इंकार कर दिया !!
इंकार शायरी हिंदी में – वो शख्स जिसकी आँखों में
वो शख्स जिसकी आँखों में इंकार के सिवा कुछ भी नही,
ना जाने क्यों उसकी आँखों पे जिंदगी लुटाने को जी चाहता है।।