इस से बढकर तुमको और कितना करीब लाँऊ मैं …
कि तुमको दिल में रखकर भी मेरा दिल नहीं लगता ……!!
Category: करीब शायरी
करीब शायरी हिंदी में – ना हाथ थाम सके ना
ना हाथ थाम सके ना पकड़ सके दामन…
बेहद ही करीब से गुजर कर बिछड़ गया कोई….
करीब शायरी हिंदी में – करीब इतना रहो कि रिशतो
करीब इतना रहो कि रिशतो मै प्यार रहे।
दूर भी इतना रहो कि आने का इन्तजार रहे।
करीब शायरी हिंदी में – तुझ से दूर रहकर मुहोब्बत
तुझ से दूर रहकर मुहोब्बत बढती जा रही हैं..
क्या कहूँ.. कैसे कहूँ.. ये दुरी तुझे और करीब ला रही हैं..
करीब शायरी हिंदी में – जो बिना कहे सुने भी
जो बिना कहे सुने भी दिल के बेहद करीब होते हैं…
ऐसे नाज़ुक एहसास बड़े नसीब से नसीब होते है….
करीब शायरी हिंदी में – आदत हो गयी है तेरे
आदत हो गयी है तेरे करीब रहने की……
तेरी सांसो की खुशबु वाला इत्र मिलता है कही….!!!?
करीब शायरी हिंदी में – वोह जब करीब से हंस
वोह जब करीब से हंस कर गुजर गए
कुछ खास दोस्तों के भी चेहरे उतर गए…..