Barsaat Sawan Ki Shayari – Tumhare Muntazir Rehte Hai Sawan Ke Haseen Jhule

तुम्हारे मुंतज़िर रहते हैं सावन के हसीं झूले
किया करती है याद अक्सर तुम्हें बरसात सावन की – राजेन्द्र नाथ रहबर

तुम्हारी याद शायरी हिंदी में – तुम्हारा ज़िक्र तुम्हारी तमन्ना तुम्हारी याद

तुम्हारा ज़िक्र,
तुम्हारी तमन्ना,
तुम्हारी याद,
वक़्त कितना क़ीमती है इन दिनों…

तुम्हारी याद शायरी हिंदी में – तुम्हारी याद और ‘सर्दियों’ का

तुम्हारी याद और ‘सर्दियों’ का ये मौसम,
ठिठुरते होंगे लोग..मैं तो सुलगता रहता हूँ।



तुम्हारी याद शायरी हिंदी में – बडी गुस्ताख है तुम्हारी याद

बडी गुस्ताख है तुम्हारी याद,
इसे तमीज़ तो सीखा दो,
दस्तक भी नहीं देती,
और दिल मे उतर जाती है

तुम्हारी याद शायरी हिंदी में – तुम्हारी याद ऐसे महफूज़ है

तुम्हारी याद ऐसे महफूज़ है मेरे दिल मे,
जैसे किसी गरीब ने रकम रक्खी हो तिजोरी में.!!



तुम्हारी याद शायरी हिंदी में – एक शाम आती है तुम्हारी

एक शाम आती है तुम्हारी याद लेकर
एक शाम जाती है तुम्हारी याद देकर
पर मुझे तो उस शाम का इंतेज़ार है
जो आए तुम्हे साथ लेकर..!!

तुम्हारी याद शायरी हिंदी में – तुम्हारी याद भी ‘मोहसिन’ किसी

तुम्हारी याद भी ‘मोहसिन’ किसी मुफ़लिस की पूंजी है
जिसे हम साथ रखते है जिसे हम रोज गिनते है