उन लोगों को कभी नजरअंदाज मत करो जो तुम्हारी परवाह करते हैं,
और उन लोगों की कभी परवाह मत करो जो तुम्हे नजरअंदाज करते हैं।
Category: परवाह शायरी
परवाह शायरी हिंदी में – किसी को जान से ज्यादा
किसी को जान से ज्यादा चाहने की गलती कभी मत करना
क्या पता तुम्हारी इतनी परवाह उसे लापरवाह बनादे।
परवाह शायरी हिंदी में – दौलत नहीँ…शोहरत नहीँ..ना ही वाह
दौलत नहीँ…शोहरत नहीँ..ना ही वाह चाहिए
“कैसे हो”..दोस्तों
बस दो लफ्जों की परवाह चाहिए ।
परवाह शायरी हिंदी में – बेपरवाह थी…अब परवाह करने लगी..
बेपरवाह थी…अब परवाह करने लगी..
तेरे इश्क़ का असर कुछ युँ हुआ..
की में खुदसे भी अब इश्क़ करने लगी..
परवाह शायरी हिंदी में – बेफिक्र थे हम जब अपने
बेफिक्र थे हम जब अपने आप में मस्त थे,
परवाह करने लगे है जब से, तन्हा हो गए है..
परवाह शायरी हिंदी में – खुद को इतना अकेला कर
खुद को इतना अकेला कर दिया है अब तो
साया बी साथ न चले तो परवाह नहीं