आग लगाना मेरी फितरत में नही है
मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या
Category: फितरत शायरी
फितरत शायरी हिंदी में – क्या मिलना ऐसे लोगो से
क्या मिलना ऐसे लोगो से जिनकी फितरत छुपी रहे,
नकली चेहरा सामने आये और असली सूरत छुपी रहे…
फितरत शायरी हिंदी में – दुश्मन भी दुआ देते हैं
दुश्मन भी दुआ देते हैं मेरी फितरत ऐसी है l
दोस्त भी दगा देते हैं मेरी किस्मत ऐसी है ll
फितरत शायरी हिंदी में – उनकी फितरत परिंदों सी थी
उनकी फितरत परिंदों सी थी,
मेरा मिज़ाज दरख़्तों जैसा,
उन्हें उड़ जाना था,
और मुझे कायम ही रहना था !!
फितरत शायरी हिंदी में – अदब से झुक जाना हमारी
अदब से झुक जाना हमारी फितरत में शामिल था
ऐ खुदा! हम क्या झुके.. लोग खुदा हो गए…
फितरत शायरी हिंदी में – हर कोई रखता है ख़बर
हर कोई रखता है ख़बर ग़ैरों के गुनाहों की
अजब फितरत हैं कोई आइना नहीं रखता।
फितरत शायरी हिंदी में – इश्क की चाकरी मिलती नही
इश्क की चाकरी मिलती नही खैरात में,
दिल में फकीरी और फितरत सूफियाना चाहिए…!!!
फितरत शायरी हिंदी में – ऐसा नही कि मेरे इन्तजार
ऐसा नही कि, मेरे इन्तजार की…उन्हें खबर नही,
लेकिन….
तड़पाने की आदत तो….उनकी फितरत में शुमार है…..!!