अभी मसरूफ हूँ काफी कभी फुरसत में सोचूंगा,
कि तुझको याद रखने में, मैं क्या-क्या भूल जाता हूँ….
Category: फुरसत शायरी
फुरसत शायरी हिंदी में – गुज़र गया आज का दिन
गुज़र गया आज का दिन पहले की तरह
ना हम को फुरसत मिली ना उनको ख्याल आया…… ।।
फुरसत शायरी हिंदी में – खुद से मिलने की भी फुरसत
खुद से मिलने की भी
फुरसत नहीं है अब मुझे,
और वो औरो से मिलने
का इल्ज़ाम लगा रहे है !!
फुरसत शायरी हिंदी में – फुरसत अगर मिलें तो मुझे
फुरसत अगर मिलें तो मुझे पढ़ना जरूर
मैं तेरी उलझनों का मुकम्मल जवाब हूँ
फुरसत शायरी हिंदी में – तुम्हें जब कभी मिले फ़ुरसतें
तुम्हें जब कभी मिले फ़ुरसतें मेरे दिल से बोझ उतार दो,,
मैं बहुत दिनों से उदास हूँ मुझे कोई शाम उधार दो…!!
फुरसत शायरी हिंदी में – तेरे पास भी कम नहीं
तेरे पास भी कम नहीं, मेरे पास भी बहुत हैं,
ये परेशानियाँ आजकल फुरसत में बहुत हैं ……
फुरसत शायरी हिंदी में – मसरुफ रहने का अंदाज आपको
मसरुफ रहने का अंदाज आपको तन्हा ना कर दे,
रिश्ते फुरसत के नही, तवज्जो के मोहताज़ होते हैं ….
फुरसत शायरी हिंदी में – फुरसत मिले तो चाँद से
फुरसत मिले तो चाँद से मेरे दर्द की कहानी पुछ लेना…
एक वही तो है हमराज मेरा तेरे सो जाने के बाद…