बुला कर तुम ने महफ़िल में हमें ग़ैरों से उठवाया
हमीं ख़ुद उठ गए होते इशारा कर दिया होता…
Category: महफ़िल शायरी
महफ़िल शायरी हिंदी में – यही सोच के रुक जाता
यही सोच के रुक जाता हूँ मैं आते-आते,
फरेब बहुत है यहाँ चाहने वालों की महफ़िल में।
महफ़िल शायरी हिंदी में – अगर देखनी है कयामत तो
अगर देखनी है कयामत तो चले आओ हमारी महफिल मे. .
सुना है आज की महफिल मे वो बेनकाब आ रहे हैँ…!!!
महफ़िल शायरी हिंदी में – तुम्हारा जिक्र हुआ तो महफ़िल
तुम्हारा जिक्र हुआ तो महफ़िल छोड़ आये
गैरों के लबों पे तुम्हारा नाम अच्छा नहीं लगता…..
महफ़िल शायरी हिंदी में – जिंदगी एक आइना है यहाँ
जिंदगी एक आइना है, यहाँ पर हर कुछ छुपाना पड़ता है|
दिल में हो लाख गम फिर भी महफ़िल में मुस्कुराना पड़ता है |