मुस्कुरा मत खुल के तू, ‘ मेहबूब ‘ मेरे, मान जा,
‘आइनों’ का शहर है, घर- घर खबर हो जायेगी ||
Category: महबूब शायरी
महबूब शायरी हिंदी में – चलेगा मुक़दमा आसमान में सब
चलेगा मुक़दमा आसमान में सब आशिक़ो पर एक
दिन …
जिसे देखो अपने मेहबूब को चाँद बताता है…!!
महबूब शायरी हिंदी में – ऐ मौसम ज़रा रेहम कर
ऐ मौसम ज़रा रेहम कर दिलों पर,,
जरुरी नही हर मेहबूब अपने प्यार के साथ हो,,
महबूब शायरी हिंदी में – मेरे मेहबूब की सूरत खुदा
मेरे मेहबूब की सूरत खुदा से मिलती जुलती है।
मोहब्बत भी हो जाती है- इबादत भी हो जाती है।
महबूब शायरी हिंदी में – बारिश के बाद इन हवाओं
बारिश के बाद इन हवाओं का,
यूँ मचल के चलना ….उफ्फ्फ
अपने मेहबूब से मिलकर कोई,
मेहबूबा इतराई हो जैसे ।।।
महबूब शायरी हिंदी में – ऐ बारिश ज़रा दो पल
ऐ बारिश ज़रा दो पल को थम भी जा
मेरे कागज़ी अरमानो की कश्ती
मेहबूब तक पोहंच जाने दे
महबूब शायरी हिंदी में – दर्द का क्या है दर्द
दर्द का क्या है, दर्द भी तो मेहबूब की तरह बेवफा ही है
मिली कोई ख़ुशी ख़ूबसूरत सी, दर्द खुदसे बेवफाई कर लेता है..
महबूब शायरी हिंदी में – गजब की चीज है मेरे
गजब की चीज है मेरे मेहबूब की मुस्कुराहट भी
कमबक्त कातिल भी है और गम की दवा भी !!