सख्त रास्तो पर भी आसान ये सफर लगता है
ये मुझे मेरी माँ की दुवावो का असर लगता है
Category: माँ शायरी
माँ शायरी हिंदी में – मेरी ख़्वाहिश है कि मैं
मेरी ख़्वाहिश है कि मैं फिर से फ़रिश्ता हो जाऊँ
माँ से इस तरह लिपट जाऊँ कि बच्चा हो जाऊँ
माँ शायरी हिंदी में – माँ के आँचल से जो
माँ के आँचल से जो लिपटी तो घुमड़कर बरसी
मेरी पलकों में जो इक पीर पली मीलों तक
माँ शायरी हिंदी में – रोटी वो आधी खाती है
रोटी वो आधी खाती है बच्चे को पूरी देती है,
मेरी हो या तुम्हारी दोस्तों, माँ सबकी माँ ही होती है
माँ शायरी हिंदी में – एक मुद्त से मेरी माँ
एक मुद्त से मेरी माँ नहीं सोई ताबिश
में ने एक बार कहा था मुझे डर लगता है.
माँ शायरी हिंदी में – माँ ने आखरी रोटी भी
माँ ने आखरी रोटी भी मेरी थाली में परोस दी
जानें क्यों फिर भी मंदिर में भगवान ढूढ़ता हूँ मैं
माँ के दिल जैसा दूनियाँ में कोई दिल नहीं
माँ शायरी हिंदी में – रोली का टीका चावल से
रोली का टीका, चावल से माथे को सजाती है…
माँ बलायें लेकर मेरी अपनी दीवाली मनाती है