रुका हुआ है अज़ब धुप छाँव का मौसम,
गुज़र रहा है कोई दिल से बादलों की तरह..!!
Category: मौसम शायरी
मौसम शायरी हिंदी में – कोहराम मचा रखा है जनवरी
कोहराम मचा रखा है जनवरी की सर्द हवावों ने..
और एक तेरे दिल का मौसम है जो बदलने का नाम ही नही लेता!!
मौसम शायरी हिंदी में – कोई मुझ से पूछ बैठा
कोई मुझ से पूछ बैठा ‘बदलना’ किस को कहते हैं?
सोच में पड़ गया हूँ मिसाल किस की दूँ ? “मौसम” की या “अपनों” की..!!!!!
मौसम शायरी हिंदी में – अपने किरदार को मौसम से
अपने किरदार को मौसम से बचाए रखना !
लौट कर फूलों में वापस नहीं आती खुशबू.”
मौसम शायरी हिंदी में – बरसती बारिशों से बस इतना
बरसती बारिशों से बस इतना ही कहना है
के इस तरह का मौसम मेरे अंदर भी रहता है
मौसम शायरी हिंदी में – काश तुझे सर्दी के मौसम
काश तुझे सर्दी के मौसम मे लगे मुहब्बत की ठंड,
और तू तड़प कर माँगे मुझे कम्बल की तरह..!
मौसम शायरी हिंदी में – वही है शाम वही खुशगवार
वही है शाम वही खुशगवार मौसम फ़िर,
मैं कर रहा हूँ मेरी ख़्वाहिशों का मातम फ़िर।।।