रूठना मनाना शायरी हिंदी में – अजीब दास्तां है ईश्क ए

अजीब दास्तां है ईश्क ए महोब्बत की भी
कोई दिल तोड कर भी रूठना नही भुलता
ओर कोई दिल तुडवा कर भी मनाना नही भुलता

रूठना मनाना शायरी हिंदी में – रूठना भी है हसीनों की

रूठना भी है हसीनों की अदा में शामिल
आप का काम मनाना है मनाते रहिए



रूठना मनाना शायरी हिंदी में – रूठना और मनाना दोस्ती का

रूठना और मनाना दोस्ती का उसूल है…
वो दोस्त ही क्या जो रूठा ना हो…



रूठना मनाना शायरी हिंदी में – जरूरी है रूठना और मनाना

जरूरी है रूठना और मनाना मोहब्बत में,
कहते हैं इश्क़ जवां इन्ही अदाओं से रहता है।



रूठना मनाना शायरी हिंदी में – सुनना है. सुनाना है.

सुनना है. सुनाना है.
रूठना है. मनाना है.
हँसाना है. रुलाना है.
इस ज़िंदगी का हर लम्हा.. बस तुम्हारे साथ हीं बिताना है