
Uncertainty In Love Shayari – Sad Love Shayari – Desperately Missing Love Poetry – Na Kaid Mein Leta Hai
ना कैद में लेता है, ना रिहाई देता है,
इक शख्स हर जगह दिखाई देता है!
हिंदी शायरी – Romantic And Sad Hindi Poetry
रोमांटिक और दर्द भरी हिंदी शेर ओ शायरी संग्रह – २ लाइन शायरी, 4 लाइन शायरी और ग़ज़ल
ना कैद में लेता है, ना रिहाई देता है,
इक शख्स हर जगह दिखाई देता है!
हम वो ख़ामोश समंदर हैं
जिसके पहलू में तूफान पलते हैं.
=-=-=-=-=-=-==-=-=-=-=
Attitude तो बच्चे दिखाते है
हम तो लोगो को उनकी औकात दिखाते है.
=-=-=-=-=-=-==-=-=-=-=
Read moreआप के बाद हर घड़ी हम ने
आप के साथ ही गुज़ारी है
=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=
Gulzar Shayari Hindi
अपने माज़ी की जुस्तुजू में बहार
पीले पत्ते तलाश करती है
=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=
Read moreChildren Shayari In Hindi, Bachpan Shayari Hindi Mein, Kids Quots In Hindi, Hindi Shayari On Childhood, Childhood Hindi Shayari, 2 Lines Shayari On Children, 2 Lines Shayari On Kids, 2 Lines Shayari On Bachpan, 4 Lines Shayari On Bachpan, 4 Lines Shayari On Children, 2 Lines Shayari On Childhood, Children Shero Shayari, Bal Diwas Shayari, Children Day Par Shayari, Children Day Shayari, Bal Diwas Par Shayari, Short Shayari On Kids, Bachon Par Hindi Shayari, Bachon Par Quotes, Bachon Par Suvichar, Hindi Shayari On Bachche, Hindi Quotes On Bachche, Hindi Suvichar On Bachche, Hindi Shayari On Bachpan, Hindi Quotes On Bachpan, Hindi Suvichar On Bachpan, Hindi Poetry When Missing Childhood, Bachpan Yaad Karte Hue Shayari, Zindagi Ki Bhagdaud Mein Bachpan Shayari
Bal Diwas Shayari, Children Day Par Shayari, Children Day Shayari, Bal Diwas Par Shayari
जिंदगी फिर कभी न मुस्कुराई बचपन की तरह
मैंने मिट्टी भी जमा की खिलौने भी लेकर देखे
=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=
School Shayari, Parinda Shayari, Ashiana Shayari, Kids Smile Shayari
सफ़र से लौट जाना चाहता है
परिंदा आशियाना चाहता है
कोई स्कुल की घंटी बजा दे
ये बच्चा मुस्कुराना चाहता है। .
=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=
Best Hindi Poem On Childhood, Bachpan Par Bahot Sundar Kavita
वो दिन भी क्या दिन थे,
काग़ज़ की कश्ती थी पानी का किनारा था,
खेलने की मस्ती थी ये दिल अवारा था,
कहाँ आ गए इस समझदारी के दलदल में,
वो नादान बचपन भी कितना प्यारा था।
जहां चाहा वहां रो लेते थे,
जहां चाहा वहां हंस लेते थे,
कभी पेंसिल गुम हो जाती थी,
तो कभी किसी की रबड़ चुरा लेते थे।
वो दिन भी क्या दिन थे,
झूठ बोला करते थे,
फिर भी मन के सच्चे थे,
ये तो उन दिनों की बातें है जब हम बच्चे थे।
न कुछ पाने की आशा थी,
न कुछ खोने का डर,
न कुछ ज़रूरी था,
ना किसी की ज़रूरत थी,
बस अपने सपनों का घर था,
और मां की मार का डर था।
वो दिन भी क्या दिन थे,
जब खुशियों का खजाना था,
चांद तारों की चाहत थी,
दादी मां की कहानी थी,
परियों का अपना फसाना था,
हर मौसम सुहाना था,
एक बचपन का जमाना था,
जिस में खुशियों का खजाना था..
चाहत चाँद को पाने की थी,
पर दिल तितली का दिवाना था..
जब थे दिन बचपन के,
वो थे बहुत सुहाने पल,
उदासी से न था नाता,
गुस्सा तो कभी ना आता था.
बारिश के पानी में खुद का एक जहाज़ था,
न शाम-सुबह का ठिकाना था,
न स्कूल जाने का मन था,
रोने की कोई वजह नहीं थी,
न हंसने का कोई बहाना था,
क्यों हो गए हम इतने बड़े,
इससे अच्छा तो हमारा बचपन का ज़माना था।
वो दिन भी क्या दिन थे।
वो दिन भी क्या दिन थे।
बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!
ऐ वक़्त जरा सुन तो, आ बैठ ना मेरे पास,
एक-एक कप चाय पी कर गिला-शिकवा भुलाते हैं
Chai Shayari, Waqt Shayari, Gila Shikwa Shayari
🤎🍵🤎🍵🤎🍵🤎🍵🤎🍵🤎🍵🤎
कभी तो साथ बैठो, ज़िन्दगी रिलैक्स हो जाये,
क्यों ना एक कप चाय और कुछ स्नैक्स हो जाये
Tea Poetry Hindi Mein, Zindagi Shayari, Relax Shayari
🤎🍵🤎🍵🤎🍵🤎🍵🤎🍵🤎🍵🤎
Read moreचाहिए क्या तुम्हें तोहफ़े में बता दो वर्ना
हम तो बाज़ार के बाज़ार उठा लाएँगे
अता तुराब
Tohfa Shayari, Bazar Shayari
****************************************************
आज तोहफा लाने निकला था शहर में तेरे लिए
कम्बखत खुद से सस्ता कुछ ना मिला
अज्ञात
Khud Se Sasta Shayari, Sad Tohfa Shayari
****************************************************
Read moreतुम्हारे मुंतज़िर रहते हैं सावन के हसीं झूले
किया करती है याद अक्सर तुम्हें बरसात सावन की – राजेन्द्र नाथ रहबर
इश्क के फूल खिलते हैं तेरी खूबसूरत आंखों में..,
जहां देखे तू एक नजर वहां खुशबू बिखर जाए॥….
तुम्हारा ज़िक्र,
तुम्हारी तमन्ना,
तुम्हारी याद,
वक़्त कितना क़ीमती है इन दिनों…
नहीं है अब कोई जुस्तजू इस दिल में ए सनम,
मेरी पहली और आखिरी आरज़ू बस तुम हो।