Ameer Qazalbash Shayari – Ik Parinda Abhi Udaan Mein Hai

इक परिंदा अभी उड़ान में है
तीर हर शख़्स की कमान में है

जिस को देखो वही है चुप चुप सा
जैसे हर शख़्स इम्तिहान में है

– अमीर क़ज़लबाश