तुझसे अच्छे तो मेरे दुश्मन निकले….;
जो हर बात पर कहते हैं.. ‘तुम्हें नहीं छोड़ेंगे”
Tag: dushman shayari
दुश्मन शायरी हिंदी में – मुझसे दोस्ती ना सही पर
मुझसे दोस्ती ना सही पर दुश्मनी भी ना करना क्योंकि,
मे हर रिश्ता पुरी शिद्दत से निभाता हूँ
दुश्मन शायरी हिंदी में – प्यार एहसान नफरत दुश्मनी जो
प्यार, एहसान, नफरत, दुश्मनी जो चाहो वो मुझसे करलो…
आप की कसम वही दुगुना मिलेगा !!
दुश्मन शायरी हिंदी में – मेरी दोस्ती का फायदा उठा
मेरी दोस्ती का फायदा उठा लेना, क्युंकी…
मेरी दुश्मनी का नुकसान सह नही पाओगे…!
दुश्मन शायरी हिंदी में – इधर आ रक़ीब मेरे मैं
इधर आ रक़ीब मेरे, मैं तुझे गले लगा लूँ
मेरा इश्क़ बे-मज़ा था, तेरी दुश्मनी से पहले…
दुश्मन शायरी हिंदी में – तड़पते है नींद के लिए
तड़पते है नींद के लिए तो यही दुआ निकलती है !!!
बहुत बुरी है मोहबत,
किसी दुश्मन को भी ना हो…!!
दुश्मन शायरी हिंदी में – कितने झूठे हो गये है
कितने झूठे हो गये है हम,
बच्चपन में अपनों से भी रोज रुठते थे,
आज दुश्मनों से भी मुस्करा के मिलते है!!
दुश्मन शायरी हिंदी में – हाथ में खंजर ही नहीं
हाथ में खंजर ही नहीं आँखों में पानी भी चाहिए,
ऐ खुदा दुश्मन भी मुझे खानदानी चाहिए..!
दुश्मन शायरी हिंदी में – दुश्मन और सिगरेट को जलाने
दुश्मन और सिगरेट को जलाने के
बाद….
उन्हे कुचलने का मज़ा ही कुछ
और होता है……!!!
दुश्मन शायरी हिंदी में – दुश्मन को कैसे खराब कह
दुश्मन को कैसे खराब कह दूं ।
जो हर महफ़िल में मेरा नाम लेते है।