दुश्मन शायरी हिंदी में – प्यार एहसान नफरत दुश्मनी जो

प्यार, एहसान, नफरत, दुश्मनी जो चाहो वो मुझसे करलो…
आप की कसम वही दुगुना मिलेगा !!



दुश्मन शायरी हिंदी में – तड़पते है नींद के लिए

तड़पते है नींद के लिए तो यही दुआ निकलती है !!!
बहुत बुरी है मोहबत,
किसी दुश्मन को भी ना हो…!!



दुश्मन शायरी हिंदी में – दुश्मन और सिगरेट को जलाने

दुश्मन और सिगरेट को जलाने के
बाद….
उन्हे कुचलने का मज़ा ही कुछ
और होता है……!!!