बेवफा शायरी हिंदी में – मुझ पर तू जो सितम

मुझ पर तू जो सितम करता है बेवफा समझकर,
मैं भुला देता हूँ वो सब कुछ, तुझे खुदा समझकर …….



बेवफा शायरी हिंदी में – तेरे होने पर खुद को

तेरे होने पर खुद को तनहा समझू !
मैं बेवफा हूँ या तुझको बेवफा समझू !!
ज़ख्म भी देते हो मलहम भी लगाते हो !
ये तेरी आदत हैं या इसे तेरी अदा समझू!!

बेवफा शायरी हिंदी में – उसे बेवफ़ा जो बोलूं तो

उसे बेवफ़ा जो बोलूं तो तोहीन है वफ़ा की…
वो वफ़ा निभा तो रही है ! कभी इधर कभी उधर…!!



बेवफा शायरी हिंदी में – रकीबों के सर गलत इल्जाम

रकीबों के सर गलत इल्जाम ए बेवफाई है
गैरों ने तो सिर्फ हवा दी है..आग तो अपनों ने
ही लगायी है….!!!